3 ઑક્ટો, 2022

अर्जुन तो थे , बस उनके हिस्से कृष्ण नहीं आये

वे सारे लड़के, अर्जुन तो थे
बस उनके हिस्से कृष्ण नहीं आये
उनके हिस्से आया
रोज का डेढ़ जीबी इंटरनेट

उन्होंने अपने कृष्ण को खूब तलाशा
कभी किसी youtuber की बातों में
तो कभी सौ रुपये की जिंदगी बदल देने वाली किताबों में

लेकिन, इन installment में मिली गीता ज्ञान ने
उन्हें अध्यात्म कम, capitalism ज्यादा सिखाया

कृष्ण के अभाव में
ये अर्जुन नहीं कर पाये,
सगे दुर्यधनों, दुःशासनों का वद्ध
अपने ही दिमाग में
इन्होंने किया कौरवों का पोषण

किसी द्रोणाचार्य ने नहीं दिया
इन्हें सर्वश्रेष्ठ बनाने का वचन
ये निहारते रहे मछली का जिस्म

द्रौपदियों ने किया, आखिरी वक़्त में इन्हें इंकार
जताया इनके काबिलियत पर संदेह

ये सारे अर्जुन ,अलसाकर अनमने से
फिलहाल निपटा रहे हैं Netflix,hot स्टार
कर रहे हैं , सरकारी वेकैंसी का इंतजार

ये बेचारे हैं confuse

लेकिन, मुझे है यकीन
एक रोज, ये उठेगें अचानक से
इन्हें याद आयेगा, कि ये चला सकते हैं धनुष
रखकर Redmi का फोन, उठा लेंगे गांडीव
तोड़ देंगे चक्रव्यूह और निकल आयेंगे बाहर

क्योंकि, चक्रव्यूह से बाहर निकलना अर्जुन को आता था
ऐसा महाभारत हमें बताती है.

आभार -अभिनव झा

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