8 જાન્યુ, 2020

मौत का टापू कहा जाता है ये आईलैंड, यहां जो कोई भी गया वह फिर कभी वापस लौटकर नहीं आया



मौत का टापू कहा जाता है ये आईलैंड, यहां जो कोई भी गया वह फिर कभी वापस लौटकर नहीं आया

आज हम आपको एक ऐसे टापू के बारे में बताने जा रहे है जिसके बारे में ये कहा जाता है कि इस पुरे टापू अगर किसी एक चीज़ का वास है तो वो है आत्माएं।
जी हां, इसे आत्माओं का टापू भी कहा जाता जा। इस टापू से जुडी अनेक कहानियां है और वो भी बुरी आत्माओं के बारे में।
मौत का टापू : रहस्यमयी आत्माओं का घर
बता दें कि इस टापू पर इतनी ज्यादा मात्रा में आत्माएं हैं कि इसे आइलैंड ऑफ़ डेथ यानी की मौत का टापू कहा जाता है।
दरअसल इटली में वेनिस और लिडो के बीच वेनेशियन खाडी में स्थित इस टापू का नाम पोवेग्लिया है। जाहिर है कि इस पर जाना कोई पसन्द नहीं करता है। लोगों का ये मानना है जो यहां गया है वो कभी जिन्दा वापस नहीं आया।
वैसे शुरू से ये टापू ऐसा नहीं था। जी हां, कहा जाता है कभी ये मौत का टापू अपनी सुन्दरता के लिए मशहूर था।
दरअसल काफी सालों पहले इटली में प्लेग की बिमारी ने महा विनाश मचाया था। जब ये बिमारी सरकार के काबू में नहीं रही तो करीब 1 लाख 60 हजार मरीजों को इस टापू पर लाकर जिन्दा आग के हवाले कर दिया गया।
इस भयानक बिमारी के बाद इटली में काला बुखार नामक एक और भयावह बिमारी फैली उस बिमारी के भी लाइलाज होने से जो मौतें हुई उन लाशों को भी इस मौत का टापू पर लाकर दफ़न कर दिया गया।
इन घटनाओं के बाद इस टापू के आसपास के लोगों को इस टापू पर अजीबोगरीब आवाजों और आत्माओं के होने का आभास हुआ और फिर लोगो ने इस टापू पर जाना बंद कर दिया।हालांकि सरकार ने इस टापू पर एक मेंटल हॉस्पिटल बनाकर फिर से ज़िन्दगी बसाने को कोशिश की लेकिन इस अस्पताल में नौकरी करने वाले डॉक्टर्स और नर्सो को आत्माओं का आभास होने लगा। फिर इस हॉस्पिटल को बंद कर दिया गया।सरकार ने लगाई पाबंदी
अब इटली की सरकार ने अब इस टापू पर जाने की पाबन्दी लगा दी है। सरकार का कहना है कि प्रतिबंधित होने के बाद भी अगर कोई शख्स वहां जाता है तो वह उसकी खुद की जिम्मेदारी होगी।

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