30 જુલાઈ, 2019

देश के 50 सबसे ताकतवर लोग


ये हैं देश के 50 सबसे ताकतवर लोग और इनमें कोई नेता नहीं है


इंडिया टुडे ने देश के 50 पावरफुल लोगों की लिस्ट बनाई है. लिस्ट का नाम है ‘हाई एंड माइटी’. हिंदी में ‘ऊंचे और असरदार’. ये इसका 16वां एडिशन है. जब दिमाग में ऊंचे, असरदार और पावरफुल लोगों की बात आती है तो ज्यादातर नाम नेताओं के ही आते हैं. पर इस लिस्ट की खास बात यही है कि इसमें कोई पॉलिटिशियन नहीं है. न ही किसी एनआरआई माने ग्लोबल इंडियन का नाम है. जो नाम हैं वे देसी हैं और देश में रहके ही कुछ बड़ा कर रहे हैं. वो भी पूरी हनक के साथ. अब बारी नामों की –
1. मुकेश अंबानी(62 वर्ष)

कौन – सीएमडी, रिलायंस इंडस्ट्रीज
क्यों – रिलायंस देश की सबसे ज्यादा पैसे वाली कंपनी है. 24 जुलाई तक इसकी बाजार की पूंजी 8 लाख करोड़ रुपये थी.
– जहां देश-विदेश की तमाम कंपनियां घाटें में हैं. मंदी की बात हो रही है. वहां रिलायंस ने पिछले साल के मुकाबले 45 फीसदी अधिक मुनाफा कमाया.
– फोर्ब्स के मुताबिक मुकेश अंबानी दुनिया के 13वें सबसे अमीर आदमी हैं. उनकी कुल कमाई 3.45 लाख करोड़ रुपये है. 2019 के वित्त वर्ष में ही उनकी संपत्ति 25 फीसदी बढ़ी.
क्या आप जानते हैं–
पीएम नरेंद्र मोदी के साथ गले मिलते मुकेश अंबानी की कितनी ही फोटोज हैं. दुनिया अंबानी को पीएम मोदी का करीबी बताती है. मगर अंबानी ने मुंबई दक्षिण की सीट के लिए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार मिलिंद देवड़ा का सार्वजनिक समर्थन कर दिया था. जनता चौंक गई थी कि ऐसा कैसे. मगर यही तो ताकत है. वो बात अलग है कि देवड़ा इसके बावजूद सीट नहीं बचा सके.
2. कुमार मंगलम बिरला(52 वर्ष)
कौन- चेयरमैन, आदित्य बिरला ग्रुप
क्यों – बिरला की कंपनी का रेवेन्यू 3.3 लाख करोड़ रुपये है. 
– भारत की सबसे बड़ी मोबाइल नेटवर्स कंपनी बनाई. आईडिया का वोडाफोन के साथ विलय करके. इसके जून तक 38.75 करोड़ कस्टमर्स थे.
आदित्य बिरला ग्रुप कुमार की देखरेख में 24 गुना से भी ज्यादा बढ़ा. 1995 में कंपनी 2 अरब डॉलर से बढ़कर 48 अरब डॉलर से भी ज्यादा की हो गई है.
3. गौतम अडानी(57 वर्ष)

चेयरमैन, अडानी ग्रुप
क्यों – कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़कर बिजनेस में आए. आज उनकी कंपनी का रेवेन्यू 89,700 करोड़ रुपये से ज्यादा का है. 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की घोषणा तो वो इस साल सिर्फ गुजरात में कर चुके हैं.
– अडानी पावर आज भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी है. अडानी पोर्ट्स सबसे बड़ा वाणिज्यिक बंदरगाह ऑपरेटर है. इसीलिए उनको बंदरगाहों का बादशाह भी कहा जाने लगा है.
क्या आप जानते हैं-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं. उनकी लिस्टेड 6 कंपनियों के शेयरों का मूल्य पिछले 30 वर्षों में 600 गुना तक बढ़ा. पारिवारिक किस्म के व्यक्ति हैं. अपनी दो साल की पोती के साथ समय बिताना काफी पसंद करते हैं.
4. उदय कोटक(61वर्ष)

बैंकर, कोटक महिंद्रा
कोटक महिंद्रा आज देश का तीसरा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक है. उनके बैंक ने 4.29 लाख निचले आय वर्ग के परिवारों को अपने साथ जोड़ा. ज्यादातर ऋण खेती और संबद्ध कामों में सक्रिय महिलाओं को दिए गए.
– वे मोदी सरकार के वित्तीय सलाहकार के रूप में उभरे हैं. उन्हें संकट में फंसी आइएलऐंडएफएस को उबारने के लिए इसका चेयरमैन भी बनाया गया है.
क्या आप जानते हैं– भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से उनके बैंक पर जुलाई 2019 में 2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया. इसका कारण हिस्सेदारी कम करने से जुड़े नियमों की अनदेखी है. यह मामला बॉम्बे हाईकोर्ट में लंबित है.
5. आनंद महिंद्रा (64वर्ष)

चेयरमैन, महिंद्रा ग्रुप
उनकी कंपनी 1.41 करोड़ रुपये की हो गई है. ऑटोमोबाइल के साथ ही उनकी कंपनी एयरोस्पेस, डिफेंस, रियल इस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर, रिटेल, रूरल हाउसिंग फाइनेंस, हॉस्पिटैलटी और आईटी के क्षेत्र में आ गई है.
-ट्विटर पर सक्रिय रहते हैं. 70 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं. सामाजिक मुद्दों पर बोलते रहते हैं. हाल ही में ग्लोबल क्लाइमेट ऐक्शन समिट में भारत को लीड किया था.
लीक से हटकर काम करते हैं. नवंबर 2018 में फेमस चेक ब्रैंड जावा मोटरसाइकल को फिर से भारत में लॉन्च किया. ये प्रयोग इतना चला कि इसकी बुकिंग बंद करनी पड़ी और फिलहाल जावा की बाइक 6 महीने की वेटिंग पर मिल रही है. देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को लाने पर भी वो तेजी से काम कर रहे हैं.
6. रतन एन टाटा(61वर्ष)

चेयरमैन एमिरेटिस, टाटा संस
नामी उद्योगपति होने के अलावा वो 20 से ज्यादा स्टार्ट अप को फंडिंग दे चुके हैं. इनमें ओला इलेक्ट्रिक, पेटीएम, कारदेखो, अर्बनलैडर और लेंसकार्ट शामिल हैं.
– सोशल सेक्टर में भी बड़ा काम है. कैंसर के मरीजों को घर के नजदीक सस्ती सुविधाएं मिलें, इसके लिए एक वितरण मॉडल में हाथ बंटा रहे हैं. स्वच्छ भारत मिशन में भी मदद कर रहे हैं. टाटा ट्रस्ट ने 2018-19 में 1500 करोड़ रुपये
1991 में जेआरडी टाटा की विरासत संभालने से पहले रतन टाटा ने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में आर्किटेक्चर की पढ़ाई पूरी की थी. तब वो अमेरिका में स्थायी तौर पर बसने की सोच रहे थे.
7. विराट कोहली(30 वर्ष)

कौन – कप्तान, भारतीय क्रिकेट टीम
क्यों – दुनिया मानती है कि विराट कोहली फिलहाल क्रिकेट के सभी फॉर्मैट में सबसे बेहतरीन बैट्समेन हैं. 2018 में उन्हें आईसीसी ने ओडीआई क्रिकेटर ऑफ द ईयर, टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर और क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड दिया था.
– डफ एंड फेल्प्स की फेहरिस्त में वे लगातार दूसरे साल विज्ञापन करने वालों में टॉप पर हैं. फिलहाल वो 24 ब्रांड से जुड़े हैं और उनकी कमाई 17 करोड़ डॉलर से ज्यादा की है. फोर्ब्स की सबसे ज्यादा कमाने वाले एथलीट्स की सूची में वे इकलौते भारतीय हैं.
एक बात कोहली के बारे में कम ही लोग जानते होंगे. वो दो बार विकेट कीपिंग कर चुके हैं. जोहानिसबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2013 में टेस्ट मैच में. और ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ 2015 में एक वनडे में.
8. एन. चंद्रशेखरन(56 वर्ष)

चेयरमैन, टाटा संस
टाटा इलेक्ट्रिक गाड़ियां ला रहा है. उसे चंद्रशेखरन ही लीड कर रहे हैं. मोबाइल फोन के बिजनेस में घाटे को देखते हुए उसे बंद करने का कड़ा फैसला किया. टाटा टेली का एयरटेल में विलय किया.
क्या आप जानते हैं –
चंद्रशेखरन को टाटा टेली में एक झटका भी मिला. उन्हें इस कंपनी पर कर्ज के निपटारे और स्पेक्ट्रम के बकाये के तौर पर 50 हजार करोड़ रुपये चुकाने पड़े थे. टाटा के इस नए चेयरमैन को ट्रैकिंग का काफी शौक है.
9. अमिताभ बच्चन (76 वर्ष)

अभिनेता
बॉक्स ऑफिस में उनकी धमक अब भी बरकरार है. उनकी आखिरी फिल्म बदला ने करीब 88 करोड़ रुपये कमाए थे. भरोसेमंद ब्रांड हैं. डफ और फेल्प्स की सूची में वे 7वें नंबर पर थे. उनका ब्रैंड मूल्य 4.12 करोड़ रुपये का है. 22 कंपनियों से फिलहाल उनका कॉन्ट्रैक्ट है.
बिग बी की पांच फिल्में कतार में हैं. नाम है झुंड, चेहरे, गुलाबा सिताबो, ब्रम्हास्त्र और तमिल की भी एक फिल्म है. नाम उयरंथा मनिथन.
10.शिव नाडर(74 वर्ष)

संस्थापक और चेयरमैन, एचसीएल
वे आईटी इंडस्ट्री के मास्टर हैं. एचसीएल 8.6 अरब डॉलर के राजस्व के साथ देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी है.
– फोर्ब्स 2019 की अरबपतियों की लिस्ट में नाडर 82वें पायदान पर थे.
पैसा कमाने के साथ ही वो पैसा दान देने के मामले में बहुत आगे हैं. उन्होंने करीब 66.2 करोड़ डॉलर रुपये शिव नाडर फाउंडेशन को दान ने दिए जो जरूरतमंदों को शिक्षा मुहैया कराने के मकसद से काम करती है. उन्होंने हाल में जिस नगर निगम के स्कूल में पढ़ाई की थी. उसे 15 करोड़ दान दिए.
11.अजय पीरामल(63 वर्ष)

चेयरमैन, पीरामल समूह
अपनी दवाइयां बनाने वाली घरेलू कंपनी ऐबट लैबोरेट्रीज को बेचने से हासिल 15000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल रियल एस्टेट, हेल्थकेयर प्रबंधन औऱ वित्तीय सेवाओं में लगाया.
– पीरामल इंटरप्राइजेज का पिछले साल के मुकाबले 24 फीसदी इजाफा हुआ. 25 फीसदी मुनाफा बढ़ा सो अलग.
इन्हीं अजय पीरामल के बेटे से 12 दिसंबर 2018 को मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी ने शादी की थी.
12. अजीम एच प्रेमजी(73 वर्ष)

चेयरमैन, विप्रो लिमिटेड
क्योंकि वो दुनिया के सबसे दरियादिल अरबपतियों में से एक हैं. मारच उन्होंने 1.4 लाख करोड़ रुपये की धनराशि चैरिटेबल शाखा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को दान दे दी थी.
– कई स्टार्टअप में उन्होंने मदद की है. उनके इस निवेश समूह प्रेमजीइनवेस्ट इस तरह की करीब 20700 करोड़ की परिसंपत्तियों का रखरखाव करता है.
अजीम प्रेमजी रिटायर होने जा रहे हैं. हालांकि वे फाउंडेशन के चेयरमैन बने रहेंगे. उनके बेटे रिशाद प्रेमजी 31 जुलाई को विप्रो लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन बनने जा रहे हैं.
13. सज्जन जिंदल(59 वर्ष)

चेयरमैन और एमडी, जेएसडब्लू ग्रुप
सज्जन ने जेएसडब्लू स्टील को देश की सबसे बड़ी इस्पात निर्माता कंपनी बना दिया है. इस कंपनी ने 2019 में सबसे ज्यादा 84,757 करोड़ रुपये की कमाई और 7524 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया.
उन्हें कारोबारी मामलों में प्रधानमंत्री मोदी का कान माना जाता है. सज्जन बैडमिंटन के शौकीन हैं और कारखानों में भी बैंडमिंटन कोर्ट बना रखा है.
14. अनिल अग्रवाल(65 वर्ष)

एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, वेदांता रिसोर्जेज
तांबे, जस्ते, लौह अयस्क और तेल तथा गैस में बड़ी मौजूदगी वाली अपनी कंपनी को मुश्किल कारोबारी माहौल से बाहर निकाला. ग्रुप कमाई 2018-19 में 90,901 करोड़ रुपये थी.
– कंपनी ने दो-तीन साल में सभी कारोबारों में 50 फीसदी उत्पादन बढ़ाने के लिए 55000 करोड़ रुपये निवेश की योजना बनाई है. उनकी कंपनी ने हाल में 53 नए तेल ब्लॉक हासिल किए.
अनिल ने अपनी संपत्ति का 75 प्रतिशत सामाजिक भलाई में खर्च करने का संकल्प लिया है.
15. उदय शंकर (57 वर्ष)

प्रेसिडेंट, द वॉल्ट डिज्नी कंपनी एशिया पैसिफि और चेयरमैन, स्टार एंड डिज्नी इंडिया
डिज्नी की ओर से ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी फॉक्स ग्रुप को 4.9 लाख करोड़ रुपये में खरीदा है और इससे वे सबसे बड़े मीडिया और मनोरंजन समूहों में से एक के मुखिया हैं. इसके 60 से ज्यादा टीवी चैनल के साथ ही 100 से ज्यादा देशों में 79 करोड़ के ऊपर दर्शक हैं. उनका स्ट्रीमिंग चैनल हॉटस्टार भी छाया हुआ है.
अपनी कंपनी में लैंगिक अधिकारों की दिशा में बड़ी पहल की. कंपनी के एलबीजीटी कर्मचारियों के पार्टनर स्वास्थ्य बीमा हासिल कर सकते हैं जिसमें मैटरनिटी, पैटरनिटी और आईवीएफ शामिल हैं.
16. अमित अग्रवाल (45 वर्ष)

सीनियर वीपी एंड कंट्री मैनेजर, अमेजन इंडिया
अमेजन इंडिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनी है. उसकी बिक्री 31 मार्च 2018 तक 7.5 अरब डॉलर थी. जबकि फ्लिपकार्ट की सेल 6.2 अरब डॉलर रही.
अमित को गाना सुनते हुए दौड़ने का शौक है. ट्रैकिंग के लिए भी अकसर जाते हैं.
17. श्री श्री रविशंकर(63 वर्ष)

संस्थापक, आर्ट ऑफ लिविंग
क्यों- विवादों को सुलझाने में उनके रिकॉर्ड को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें रामजन्मभूमि मसले की मध्यस्थता करने वाली कमिटी का सदस्य चुना.
– उन्होंने ड्रग फ्री इंडिया प्रोग्राम शुरू किया जिसमें 1 करोड़ से ज्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया.
– लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के मुताबिक वो कमसेकम 41 नदियों को बचाने और उन्हें नया जीवन देने में सहायता कर चुके हैं.
उन्हें 7 भाषाएं आती हैं. साल में 180 दिन विदेश में अपने शांति के मिशन के लिए काम करते हैं.
18. संजय गोयनका(58 वर्ष)

चेयरमैन, आरपी संजीव गोयनका समूह
जिस समय तमाम कंपनियां डूब रही हैं. उनकी कंपनी ने टैक्स देने के बाद मुनाफे में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हासिल की. ये स्पेंसर्स रिटेल में आई तेजी, पावर कंपनियों में वृद्धि और सारेगामा में मुनाफे के कारण हुआ.
संजय बहुत आध्यात्मिक किस्म के आदमी हैं. रोज 45 मिनट मेडिटेशन करते हैं.
19. हरीश साल्वे(64 वर्ष)

वकील
ब्रिटेन में रहने वाले वे ऐसे वकील हैं जिनकी जरूरत भारत को तब पड़ती है जब कोई अंतरराष्ट्रीय मुकदमा लड़ना होता है. कुलभूषण जाधव का मसला ताजा है, जिसमें उन्हीं की वजह से जाधव की फांसी रुकी.
– वे सबसे बड़े कॉर्पोरेट वकील हैं. के जी बेसिन गैस विवाद को लेकर सरकार के खिलाफ अंबानी की लड़ाई से लेकर वोडाफोन टैक्स विवाद में वकालत कर चुके हैं.
साल्वे चार्टर्ड अकाउंटेंट से वकील बने हैं. वे सबसे ज्यादा मुकदमे जीतने वाले वकीलों में एक हैं. जाधव की फीस लड़ने के लिए उन्होंने मात्र एक रुपये लिए थे.
20. सुनील भारती मित्तल(61 वर्ष)

संस्थापक और अध्यक्ष, भारती इंटरप्राइजेज
वे भारत में संचार क्रांति के अग्रणी रहे हैं. 40 करोड़ ग्राहकों के साथ उनकी कंपनी एयरटेल भारत की दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर कंपनी है. 16 देशों में उनकी कंपनी सेवाएं देती है.
2017 में वे 750 से अधिक मोबाइल ऑपरेटरों और 350 अन्य कंपनियों की वैश्विक संस्था ग्रुप स्पेशल मोबाइल एसोसिएशन की अध्यक्षता कर चुके हैं.
21. अक्षय कुमार(51वर्ष)


कौन – अभिनेता
6.5 करोड़ डॉलर के साथ वे एकमात्र भारतीय अभिनेता जिनका नाम 2019 में फोर्ब्स के सबसे ज्यादा पैसा पाने वाले कलाकारों की सूची में शामिल किया गया था.
– अक्षय कुमार अपनी कैनेडियन नागरिकता को लेकर विवादों में रहते हैं. एक अनोखा शौक है उनको- तड़के जुहू बीच पर वालीबॉल खेलने का.
22. आदित्य पुरी (69 वर्ष)

मैनेजिंग डायरेक्टर, एचडीएफसी बैंक
देश में 5103 ब्रांच और 13,160 एटीएम वाले सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक को 2018-19 में पिछले साल से 21 प्रतिशत अधिक शुद्ध लाभ अर्जित करने में सफलता दिलाई.
सेलफोन नहीं रखते. सबसे पहले ऑफिस पहुंचते हैं और सबसे पहले निकलते हैं. खाना पकाना और परिवार के साथ हिंदी फिल्में देखना बहुत पसंद है.
23. नीता अंबानी (55 वर्ष)

चेयरपर्सन, रिलायंस फाउंडेशन
आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस की मालकिन. इंडियन सुपर लीग फुटबाल की चेयरपर्सन. 2016 में इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी में सदस्य चुनी जाने वाली पहली भारतीय महिला.
गणेश चतुर्थी के मौके पर वे अपने घर एंटीलिया में मुंबई की सबसे महंगी पार्टी का आयोजन करती हैं.
24. अजय सिंह ( 54 वर्ष)

चेयरमैन, स्पाइस जेट
स्पाइसजेट का शुद्ध घाटा जो 2014-15 में 1003 करोड़ रुपए था, वो 2018-19 में मात्र 351 करोड़ रह गया.
अजय सिंह अपने विमानों का नाम मसालों के नाम पर रखते हैं. जैसे दालचीनी, काली मिर्च आदि.
25. बाबा रामदेव (53 वर्ष)

योग गुरु, उद्यमी
पतंजलि प्रोडक्ट्स की वृद्धि दर लड़खड़ाने के बावजूद योग की दुनिया में सफलता की लहरों पर सवारी जारी है. 21 जून को योग दिवस पर उन्होंने ब्रम्हांड के सबसे बड़े वार्षिक योग प्रदर्शन का आयोजन किया था.
बाबा रामदेव के पास कोई बैंक खाता नहीं है. पतंजलि उत्पादों से प्राप्त धन को फिर से व्यापार में ही लगादेतेहैं.
26. विनीत जैन (51 वर्ष)

एमडी, बेनेट कोलमैन ऐंड कंपनी लिमिटेड
बीसीसीएल या टाइम्स ग्रुप देश का नं-1 मीडिया ग्रुप है. जिसका राजस्व 9000 करोड़ रुपए से अधिक है.
विनीत जैन ने क्यूरेका नामक एक रोजाना लाइव क्विज शो ऐप लॉन्च किया है. जहां ट्रिविया/क्विज शो में भाग लेकर नकद पुरस्कार जीता जा सकता है.
27. रणवीर सिंह (34 वर्ष)

बॉक्स ऑफिस का बादशाह होने के साथ-साथ वे एक ब्रांड मैग्नेट हैं. 28 ब्रांड्स का चेहरा होने के कारण रणवीर हर जगह छाए रहते हैं.
1983 क्रिकेट वर्ल्ड कप पर मूवी बना रहे हैं तो खुद ही क्रिकेट सीख रहे हैं.2019 वर्ल्डकप केदौरान कमेंट्री में भी हाथ आजमा लिया बंदे ने.
28. शशि थरूर (63 वर्ष)

सांसद, तिरुवनंतपुरम
भाजपा के दबदबे वाले राजनैतिक माहौल में संघ परिवार की नीतियों से लेकर मोदी सरकार की विदेश नीति की बखिया उधेड़ने मेंवो लगे रहते हैं.
उनकी अंग्रेजी देखकर बड़े-बड़े विद्वान अचकचा जाते हैं. लेकिन थरूर का दावा है कि कई साल से उन्होंने डिक्शनरी को खोला तक नहीं.
29. सलमान खान (53 वर्ष)

पिछली दो फिल्म रेस 3 और भारत ने फेल होने के बावजूद 150 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस किया.
कई लोगों के लिए बॉलीवुड में एंट्री का रास्ता खोला.
30 .आर. सी. भार्गव (84 वर्ष)

अध्यक्ष, मारुति सुजुकी इंडिया
पिछले 38 सालों से देश के वाहन उद्योग की सबसे जानी-मानी शख्सियत. दो करोड़ ग्राहकों तक पहुंच.
देश भर में 110 आईटीआई को पंचवर्षीय आईटीआई विकास योजना के तहत मदद दी.
31. महेंद्र मोहन गुप्ता ( 77 वर्ष) और संजय गुप्ता ( 55 वर्ष)

सीएमडी और सीईओ जागरण प्रकाशन लिमिटेड
दैनिक जागरण अखबार पाठकों की संख्या के मामले में 15 वर्ष से लगातार पहले स्थान पर.
महेंद्र और संजय दोनों ही क्रिकेट फैन हैं और यात्राएं करने का शौक है.
32. संजीव पुरी (57 वर्ष)

चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, आईटीसी
होटल से लेकर एफएमसीजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी का 2018-19 के लिए कुल शुद्ध लाभ 13 हजार करोड़ तक पहुंचाया. जो पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी अधिक है.
फुर्सत के समय योग करना पसंद है. आईटीसी के फेबेल चॉकलेट और सनफीस्ट वंडर्ज मिल्क शेक पसंद है.
33. विजय शेखर शर्मा (41 वर्ष)

फाउंडर और सीईओ, पेटीएम
भारतीयों को पैसे खर्च करने का नया तरीका बताया. पिछले एक साल में उनकी कुल संपत्ति में एक अरब डॉलर से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. 2.7 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ वे देश के सबसे युवा अरबपति हैं.
अपने शुरुआती दौर में उन्होंने इंडिया टुडे में फोटो रिसर्चर के रूप में काम किया था.
34. डॉ. नरेश त्रेहन (72 वर्ष)

चेयरमैन और एमडी, मेदांता
देश के सबसे जाने-माने और कामयाब हृदय रोग विषेशज्ञ. सरकार के साथ मिलकर भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं.
वे अब तक 60 हजार से ज्यादा ओपन हार्ट सर्जरी कर चुके हैं.
35. राहुल भाटिया ( 58 वर्ष)


एमडी, इंटरग्लोब इंटरप्राइजेज
उठापटक के दौर में भी इंडिगो की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने वित्त वर्ष 2020 की पहली तिमाही में अपना अब तक का सबसे ज्यादा मुनाफा दर्ज किया.
जमीनी आदमी हैं. एक बार महत्वपूर्ण बैठक में वैगन आर कार में बैठकर पहुंचे. जबकि बाकी दिग्गज लग्जरी कारों में वहां आए थे.
36. रजनीकांत (68 वर्ष)

अभिनेता, पॉलिटिशियन
उम्र आड़े नहीं आती. वे अपनी 168वीं फिल्म की तैयारी कर रहे हैं.
– ‘थलाईवर’ की तैयारी ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ के बैनर तले 2021 में विधानसभा चुनावों में राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की है.
ट्रिविया- उनकी आरएमएम ने चेन्नई में जल संकट के दौरान पानी के टैंकर भेजे. जिन पर रजनीकांत की फोटो लगी थी.
37. संजीव बजाज (49 वर्ष)

एमडी और सीईओ, बजाज फिनसर्च
उनके दीर्घकालीन, टिकाऊ विकास पर फोकस के कारण बजाज फिनसर्व का राजस्व 30 फीसद बढ़ गया.
संजीव पारिवारिक व्यक्ति माने जाते हैं. पुणे में अपने पिता राहुल बजाज के साथ रहते हैं. उन्हें गोवा के समुद्र तट और खान-पान के ठिकाने अच्छे लगते हैं.
38. दिलीप संघवी (63 वर्ष)

फाउंडर और एमडी, सन फार्मा
अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के चेतावनी पत्रों की चुनौतियों के बावजूद सन फार्मा ने 2018-19 में 10 फीसद ज्यादा कमाई की.
सन फार्मा, अमेरिका में सीधे कस्टमर तक पहुंचने का अभियान छेड़ने वाली पहली भारतीय कंपनी है.
39. किरण मजूमदार शॉ ( 66 वर्ष)

चेयरमैन और एमडी, बायोकॉन लिमिटेड
1978 में देश की सबसे बड़ी बॉयो-फार्मास्युटिकल कंपनी की स्थापना की. अपने दम पर देश की सबसे अमीर महिला व्यवसायी बनीं.
पिता की तरह ब्रूमास्टर बनना चाहती थीं. लेकिन नौकरी नहीं मिली तो उद्यमी बनने का फैसला किया.
40. सद्गुरु जग्गी वासुदेव ( 61 वर्ष)

आध्यात्मिक नेता और एक्टिविस्ट
उनकी रैली फॉर रिवर्स पर्यावरण बचाने का बड़ा आंदोलन है. जिसे 16.2 करोड़ लोगों ने समर्थन दिया.
नेशनल ज्योग्राफिक मैगजीन के फैन हैं. बचपन से ही इसे मंगाते रहे हैं.
41. पवन मुंजाल (61 वर्ष)

चेयरमैन, एमडी व सीईओ, हीरो मोटोकॉर्प
दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया निर्माता कंपनी के अगुआ. समूचे उद्योग में बिक्री गिर रही है. इसके बावजूद कंपनी ने अपनी अव्वल स्थिति कायम रखते हुए 2018-19 में 78 लाख यूनिट्स की रिकॉर्ड बिक्री की.
वे बेहद पढ़ाकू हैं. उन्हें 60 और 70 के दशक के हिंदी फिल्मी गाने सुनने का शौक है.
42. दीपिका पादुकोण ( 33 वर्ष)

एक्ट्रेस और प्रोड्यूसर
उनकी ब्रांड वैल्यू 707 करोड़ रुपए है. भारत में उनसे आगे केवल विराट कोहली हैं.
दीपिका पादुकोण की कंपनी सुंदरता बढ़ाने का दावा करने वाली चीजें जैसे क्रीम इत्यादि बनाती है.
43. रितेश अग्रवाल (25 वर्ष)

फाउंडर, ओयो होटल्स एंड होम्स
ओयो के पास देश के 23 हजार से ज्यादा होटलों में 10 लाख से अधिक कमरे और दुनिया भर में 46 हजार से अधिक घर हैं.
फॉर्ब्स की टायकून्स ऑफ टूमॉरो सूची में अपनी जगह बनाई है. खाली समय में अपने कुत्ते के साथ खेलना पसंद करते हैं.
44. किरण नाडर (68 वर्ष)

चेयरपर्सन, किरण नाडर म्यूजियम ऑफ आर्ट
किरण ने इस साल 5वें वेनिस बाइएनाले में भारत का ववेलियन तैयार किया. इस प्रतिष्ठिक कला महोत्सव में भारत के इस पवेलियन की रेटिंग शीर्ष पवेलियनों में हुई थी.
नोएडा में 3.5 एकड़ में एक संपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र के साथ-साथ एक म्यूजियम बनवा रही हैं.
क्या आप जानते हैं?
किरण 1987 से ब्रिज खेल रहीं हैं. उनकी टीम ने 5वें कॉमनवेल्थ नेशंस ब्रिज चैंपियनशिप 2018 में गोल्ड मेडल जीता था.
45. बाइजू रवींद्रन ( 39 वर्ष)

फाउंडर और सीईओ, बाइजूज
बाइजू दुनिया की सबसे मूल्यवान एडू-टेक कंपनी है. जिसका मूल्य लगभग 5.4 अरब डॉलर आंका गया है. इनके 20.4 लाख पेड यूजर्स हैं.
बाइजू पेशे से इंजीनियर हैं. संयोगवश उद्यमी और इंट्रेस्टउनका अब भीटीचिंग में है.
46. प्रसून जोशी ( 47 वर्ष)

कवि, गीतकार, सीईओ और सीसीओ, मैक्केन इंडिया
उनकी ऐड एजेंसी मैक्केन इंडिया ने कान लॉयंस फेस्टिवल में गोल्ड मेडल जीता.
उनका गीत सौगंध मुझे इस मिट्टी की पीएम नरेंद्र मोदी ने 2 बार पढ़ा है.
47. एकता कपूर (44 वर्ष)

जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और क्रिएटिव डायरेक्टर, बालाजी टेलीफिल्म्स
एल्ट बालाजी के साथ वे वीडियो ऑन डिमांड का फलक भी फतह कर रही हैं. अप्रैल 2017 में स्थापना के बाद से कंपनी की कमाई में 600 फीसद का इजाफा हुआ है.
अपने पायलट एपिसोड की पहली प्रति मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में अर्पित करती हैं.
48. दुती चंद (23 वर्ष)

ओलंपिक एथलीट
वैश्विक मुकाबले में गोल्ड जीतने वाली अब तक की महज दूसरी भारतीय धाविका हैं. अपना समलैंगिक होना खुलेआम जाहिर करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी.
दुती चंद कारों की शौकीन हैं. एक समय उनके पास 15 कारें थीं. फिलहाल उनके पास एक बीएमडब्ल्यू और एक फोर्ड इकोस्पोर्ट है.
49. मोनिका शेरगिल (44 वर्ष)

हेड, सीरीज, इंटरनेशनल ओरिजनल्स नेटफ्लिक्स इंडिया
वीडियो स्ट्रीमिंग की दिग्गज कंपनी को इंडिया में तेजी से बढ़ा रही हैं. जो कि अमेरिका के बाद दूसरा सबसे तेज विस्तार है. 12 लाख से अधिक ग्राहक हैं.
नेटफ्लिक्स से जुड़ने से पहले वायकॉम18 के वूट की कंटेंट प्रभारी के नाते वे ही गुलशन ग्रोवर की अदाकारी से सजी पहली मॉक्यूमेंटरी वेब सीरीज बैडमैन के पीछे थीं.
50. अमीश त्रिपाठी (41 वर्ष)

लेखक
देश के सबसे ज्यादा लोकप्रिय लेखक. मिथकीय चरित्रों पर आधारित उनके उपन्यासों ने युवा पाठकों का परिचय हिंदुस्तान की प्राचीन सभ्यता के साथ करवाया है.
लिखते समय संगीत बजता रहना चाहिए और जुगाली करने के लिए क्रीम बिस्किट होना  चाहिए।

21 જુલાઈ, 2019

बुद्धिमान लड़की

एक गरीब किसान ने राजा से यह कहकर कर्ज लिया कि 5 साल बाद में कर्जा वापस कर दूंगा। 5 साल बीत गए। लेकिन किसान कर्जा नहीं चुका पाया। राजा ने अपने मंत्री से कहा कि उस व्यक्ति से धन वापस लाओ। मंत्री किसान के पास आया। लेकिन उसने कर्जा नहीं चुकाया तो राजा ने सोचा कि मैं ही किसान के पास जाता हूं। राजा किसान के घर गया तो उसे वहां एक लड़की मिली।

राजा ने पूछा की बेटी तुम्हारे पिता कहां है। लड़की ने बताया कि पिताजी स्वर्ग का पानी रोकने गए हैं। राजा को यह बात समझ में नहीं आई। फिर राजा ने पूछा- बेटी तुम्हारा भाई कहां है। लड़की ने कहा- मेरा भाई बिना झगड़े का झगड़ा करने गया है। यह बात भी राजा के पल्ले नहीं पड़ी।

फिर राजा ने उससे पूछा तुम्हारी मां कहां है। लड़की ने बताया कि मेरी मां एक का दो करने गई है। अब राजा बहुत गुस्सा हो गया और गुस्से में पूछा- तुम यहां क्या कर रही हो। लड़की ने कहा- मैं घर बैठी संसार देख रही हूं। यह बात सुनकर राजा और गुस्सा हो गया। उसने खुद को शांत किया और कहा कि इस लड़की से प्यार से पूछना पड़ेगा।

राजा ने शांत होकर प्यार से लड़की से पूछा कि बेटी तुमने मेरे प्रश्नों का जो उत्तर दिया, वह मुझे समझ नहीं आया। क्या तुमने मुझे इन उत्तरों का अर्थ समझा दोगी। लड़की ने कहा- अगर मैं आपको समझा दूंगी तो मुझे क्या मिलेगा। राजा ने कहा- तुम जो चाहो, मैं तुम्हें दूंगा। लड़की ने कहा- आप मेरे पिता का कर्ज माफ कर दोगे। राजा ने कहा ठीक है, तुम्हारे पिता का सारा कर्ज माफ कर दूंगा।

फिर लड़की ने राजा से कहा- मैं आज नहीं समझा सकती। कल आना। इसके बाद राजा फिर उस किसान के घर आया, तब घर पर सभी लोग मौजूद थे। लड़की ने राजा से कहा- आपको कल वाला वादा याद है ना। राजा ने कहा- हां मुझे याद है, तुम मुझे मतलब बताओ।

लड़की ने कहा- सबसे पहले मैंने आपसे कहा था कि मेरे पिता स्वर्ग का पानी रोकने गए है। इसका मतलब है कि अभी बारिश का समय है और जब भी बारिश होती है तो हमारी छत टपकने लगती है। इसलिए मेरे पिता घर की छत की कर रही थी। बारिश का पानी स्वर्ग से ही आती है। यानी मेरे पिता स्वर्ग का पानी रोकने गए है।

मैंने दूसरे जवाब में आपसे कहा था कि मेरा भाई बिना झगड़े का झगड़ा करने गया है। इसका मतलब मेरा भाई खेत के कांटें हटाने गया है। वह कांटे साफ करेगा तो उसे कांटे लगेंगे, जिससे खून निकलेगा। यानी वह बिना झगड़े का झगड़ा करने गया था। लड़की ने कहा कि मेरा तीसरा जवाब था कि मेरी मां एक का दो करने गई है। यानी कि मेरी माता दाल पीसने गई है। जब साबुत दाल के दाने पिसते हैं तो उनके दो टुकड़े हो जाते हैं।

मैंने चौथा जवाब दिया था कि मैं घर बैठे संसार देख रही हूं। उस समय घर में चावल पक रहे थे। मैं थोड़ी थोड़ी देर में चावल के दाने परखकर देख रही थी कि चावल यानी चावल का संसार पका है या नहीं ।राजा उस लड़की की चतुराई और बुद्धिमानी से बहुत प्रसन्न हुआ और उसने उसका सारा कर्जा भी माफ कर दिया।

कथा की सीख

अगर मुश्किल परिस्थितियों में समझदारी से काम लिया जाए तो हम बड़ी से बड़ी मुसीबत से भी छुटकारा पा सकते हैं।

15 જુલાઈ, 2019

ગુરુ મહિમા

ગુરુ મહિમા
મનુષ્યને જન્મ અને સંસ્કાર આપનાર માતા પછી એને શીક્ષિત કરનાર શિક્ષક-ગુરુનું સ્થાન વિશિષ્ઠ છે.આપણી સંસ્કૃતિ અને ધર્મની ઈમારતનો પાયો જ્ઞાન છે.જ્ઞાન મેળવવા માટે ગુરુનું હોવું અતિ આવશ્યક છે.ગુરુ બિન નહીં જ્ઞાન. ગુરુ જ પોતાના શિષ્યોને નવજીવન માટે તૈયાર કરે છે.
ગુરુ શબ્દમાં જ ગુરુનો મહિમા સમાયેલ છે.ગુ‘ એટલે અંધકાર અને રૂ‘ એટલે પ્રકાશ.શિષ્યમાં અજ્ઞાન રૂપી અંધકારને દુર કરી જ્ઞાન રૂપી દિપક પ્રગટાવનાર ગુરુ એક જીવન શિલ્પી મહાપુરુષ છે.જેમની અંદર પ્રકાશની શોધ પેદા થઇ છે , જેમને જીવન મૃત્યુથી ઘેરાયેલું લાગે છે, જે અમૃતની શોધમાં નીકળ્યો છે અને જેમનામાં જિંદગીનું સત્ય જાણવાની અભિલાષા પ્રગટી છે એવા  લોકો જ સાચા ગુરુને શોધી શકે છે.પરમાત્માને શોધવા માટે કોઈ કૈલાસ ,કાશી કે કાબામાં જવાની જરૂર નથી.પરમાત્મા ત્યાં છે જ્યાં સદગુરૂનો વાસ છે.ગુરુ મોક્ષનો સાચો રાહ બતાવનાર ભોમિયો છે.
ગુરુ પોતાના આચરણ દ્વારા શિષ્યની જિંદગીનું ઘડતર કરે છે.ગુરુને આચાર્ય પણ કહેવામાં આવે છે.આચાર્ય દેવો ભવ . 
ગુરુનું મહાત્મ્ય આપણા પુરાણોએ પણ ખુબ વર્ણવ્યું છે.હિન્દુ ધર્મમાં ગુરુને ભગવાનનો દરજ્જો આપવામાં આવ્યો છે.જેમ કે,
શ્રી ગુરુ: બ્રહ્મા ગુરુ:વિષ્ણુ,ગુરુદેવો મહેશ્વર: |
ગુરુ: શાક્ષાત્પરમ બ્રહ્મ, તસ્મૈ ગુરુવે નમઃ ||
વળી,
ગુરુ ગોવિંદ દોનું ખડે કિસકો લાગુ પાય,
બલિહારી ગુરુ આપકી, ગોવિંદ દિયોબતાય 
અર્થાત,ગુરુની મહત્તા ગોવિંદ કરતાં વધારે છે કેમ કે ગુરુએ આપેલ જ્ઞાન મારફતે યોગ્યતા પ્રાપ્ત કરીને જ શિષ્ય પ્રકાશમાન દીપક સમાન પરમાત્મા સુધી પહોંચીને એની ઝાંખી કરી શકે છે.  
શાસ્ત્રોગ્રંથો અને દેવોએ ગુરુની અજોડ મહિમાનાં ગુણ ગાયાં છે.
ગુરુ દત્તાત્રેયે ૨૪ ગુરુ બનાવ્યા હતા.શ્વાન પાસેથી એમને વફાદારીનો ગુણ શીખવા મળ્યો એટલે એમણે શ્વાનને પણ ગુરુ માન્યો હતો.મતલબ કેગુરુ એ છે જે આપણને જીવન વિકાસનું માર્ગદર્શન આપે છે 
એકલવ્યે ગુરુ દ્રોણાચાર્યને ગુરુ માન્યા હતા અને તેમની મૂર્તિ સામે મુકીને ધનુર્વિદ્યાના પાઠ શીખ્યો હતો.. અને જ્યારે ગુરુએ દક્ષિણામાં તેનો અંગુઠો માગી લીધો ત્યારે વિના સંકોચે આપી દીધો હતો,નહીતર અર્જુન કરતાં એકલવ્ય ઇતિહાસમાં એક મોટો બાણાવળી ગણાતો હોત.ગુરુ માટે કેટલો મહાન ત્યાગ કહેવાય  ! 
ગુરુ-શિષ્ય પરંપરા ભારતમાં કેટલાએ વર્ષોથી ચાલી આવી છે. સાંદીપની ઋષિના આશ્રમમાં કૃષ્ણ અને સુદામા કોઇપણ જાતના ભેદભાવ વગર સાથે રહી જંગલમાંથી લાકડાં કાપી લાવી ગુરુની સેવા કરી એમની અનન્ય ગુરુભક્તિનાં આપણને દર્શન કરાવ્યાં છે.આ દ્રષ્ટાંત એ સૂચવે છે વિદ્યાનું દાન કરનાર ગુરુ માટે રંક કે રાયનો કોઈ ભેદ હોતો નથી.એની આગળ સૌ શિષ્યો એક સમાન હોય છે.
ધ્યાન મૂલમ ગુરુ મૂર્તિ,
પૂજા મૂલમ ગુરુ પદમ,
મંત્ર મૂલમ ગુરુ વાક્યમ,
મોક્ષ મૂલમ ગુરુ કૃપા…..
અર્થ:“ધ્યાન ધરવા માટેનું મૂળ ગુરુજીનું સ્વરૂપ છે,પૂજા કરવા માટે ગુરુજીના ચરણ કમલ છે,ગુરુજીનાં વચનો અને ઉપદેશ એ એક મંત્ર  જેટલાં જ પવિત્ર અને પ્રેરક છે અને છેવટે મોક્ષ પ્રાપ્તિ માટે ગુરુજી ની કૃપા જ એકમાત્ર ઉપાય બની રહે છે. 
“If all the land were turned to paper and all the seas turned into the ink and all the forests into pens to write with, they would still not suffice to  describe the greatness of Guru.”                                    
                                                                                                                              —- Saint Kabir  
ગુરુ પૂર્ણિમા અર્થાત વ્યાસ પૂર્ણિમા
 ગુરુનું મહાત્મ્ય સમજવા માટે  અને એમના પ્રત્યે પૂજ્યભાવ પ્રગટ કરવા માટે દરવર્ષે અષાઢી પૂનમના દિવસે ગુરુ પૂર્ણિમાનું  પર્વ મનાવવામાં આવે છે.  
ગુરુ પૂર્ણિમાના દિવસને વ્યાસ પૂર્ણિમા પણ કહેવાય છે. 
મહર્ષિ વેદવ્યાસ ભવિષ્યોત્તર પુરાણમાં ગુરુ પૂર્ણિમા વિશે એમના આ સંસ્કૃત શ્લોકોમાં  આ પ્રમાણે લખ્યું છે:
मम जन्मदिने सम्यक् पूजनीय: प्रयत्नत:।आषाढ़ शुक्ल पक्षेतु पूर्णिमायां गुरौ तथा।।

पूजनीयो विशेषण वस्त्राभरणधेनुभि:। फलपुष्पादिना सम्यगरत्नकांचन भोजनै:।।

दक्षिणाभि: सुपुष्टाभिर्मत्स्वरूप प्रपूजयेत। एवं कृते त्वया विप्र मत्स्वरूपस्य दर्शनम्।।

અર્થ :- અષાઢ શુક્લ પૂર્ણિમાએ મારો જન્મ દિવસ છે અને એ  ગુરુ પૂર્ણિમાનો પણ દિવસ છે. આ દિવસે સુંદર વસ્ત્ર, આભૂષણ, ગાય, ફળ, પુષ્પ, રત્ન, સ્વર્ણ,ભોજન ,દક્ષિણા વગેરે સમર્પિત કરી વિવિધ રીતે ગુરુ તેમની કરવાથી હે વિપ્ર, તારા ગુરુમાં તું મારા  સ્વરૂપના દર્શન કરીશ. 

ગુરુનું ઋણ શિષ્ય ઉપર ચડેલું હોય છે.આમ ગુરુ પૂર્ણિમા આવા પૂજનીય ગુરુને યાદ કરી એમને આદરપૂર્વક વંદન કરવાનો દિવસ છે. 
આ ગુરુ પૂર્ણિમાના દિને મારા જીવનના ઉત્કર્ષમાં શરૂઆતથી આજદિન સુધી પ્રત્યક્ષ યા  પરોક્ષ રીતે અગત્યનો ભાગ ભજવનાર સૌ ગુરુજનો અને મહાનુંભાવોને યાદ કરું છું અને કોટી કોટી હાર્દિક વંદન કરું છું. 
શ્રી ગુરુ: બ્રહ્મા ગુરુ:વિષ્ણુ,ગુરુદેવો મહેશ્વર: |
ગુરુ: શાક્ષાત્પરમ બ્રહ્મ, તસ્મૈ ગુરુવે નમઃ || 
ગુરુ એ જ બ્રહ્મા છે , ગુરુ એ જ વિષ્ણુ છે , ગુરુ એ જ મહાદેવ છે . ગુરુ  શાક્ષાત સ્વરૂપ છે તેવા ગુરુદેવને હું પ્રણામ કરું છું . 
ગુરુ પૂર્ણિમા
જુલાઈ,૩ 

13 જુલાઈ, 2019

દેશમાં શાળાકિય શિક્ષણ માળખામાં મોટા ફેરફારો થવાની તૈયારીઓ થઇ રહી છે.

નવી દિલ્હી તા. ૮ :.. દેશમાં શાળાકિય શિક્ષણ માળખામાં મોટા ફેરફારો થવાની તૈયારીઓ થઇ રહી છે. આ વખતના કેન્દ્રિય બજેટમાં સરકારે તે અંગેનો પોતાનો ઇરાદો જણાવી દીધો છે.
કેન્દ્ર દ્વારા પ્રસ્તાવિત નવી શિક્ષણનીતિ લાગુ થવાથી દેશમાં શાળાકીય શિક્ષણનું પ૦ વર્ષ જુનું માળખું સંપૂર્ણ પણે બદલાઇ જશે.
બજેટ  પછી આ બાબતે  હિલચાલ વધી ગઇ છે. નવી નીતિ લાગુ થવાથી જે ફેરફારો જોવા મળશે, તેમાં શાળાકીય શિક્ષણમાં ફાઉન્ડેશન સ્તરના એક નવા પાઠયક્રમની  શરૂઆત સામેલ છે.
તેમાં પ્રી પ્રાઇમરીથી બીજા ધોરણ સુધીનું ભણતર સામેલ થશે.
પ્રાથમિક  શિક્ષણમાં ફકત ધોરણ ત્રણ, ચાર અને પાંચને જ રખાશે. 
શાળાકિય શિક્ષણનું અત્યારનું માળખુ ૧૯૬૮ માં તૈયાર થયું હતું.
નવી શિક્ષણ નીતિના પ્રસ્તાવીત મુસદામાં શાળાકીય શિક્ષણ માળખામાં ફેરફારના આ લક્ષ્યને  ર૦રર સુધીમાં મેળવવાની વાત કરવામાં આવી છે.
સરકારનું કહેવું છે કે તેનાથી શાળાકીય શિક્ષણમાં ગોખણ પટ્ટીનું ચલણ સમાપ્ત થશે અને બાળકોમાં  જરૂરી જ્ઞાન, મૂલ્ય, હુન્નર, કૌશલ્ય જેવા તાર્કિક ચિંતન, બહુભાષી ક્ષમતા અને ડીજીટલ સાક્ષરતા જેવા વિષયોના વિકાસમાં મદદ મળશે.

નવી શિક્ષણ નીતિમાં  જે ભલામણો કરવામાં આવી છે. તેમાં શાળાકિય શિક્ષણમાં ત્રીજું સ્તર માધ્યમિકનું રહેશે

જેમાં ત્રણ વર્ષ એટલે કે ધોરણ છ, સાથ અને આઠને સામેલ  કરાશે. ચોથું સ્તર ઉચ્ચ માધ્યમિક શિક્ષણનું રહેશે જેમાં ધોરણ નવ, દસ, અગિયાર અને બારનું ભણતર રહેશે. નવી નીતિ પ્રમાણે બુનિયાદી (ફાઉન્ડેશન) શિક્ષણ પાંચ વર્ષનું રહેશે.

જેમાં ત્રણ વર્ષ પ્રી પ્રાઇમરી અને બે વર્ષ પ્રાઇમરીના રહેશે. નીતિ અનુસાર, ફેરફાર ની આ ભલામણો હાલની પરિસ્થિતિમાં બાળકોની ઉમર અને તેમની જરૂરીયાતો ના હિસાબે તૈયાર કરવામાં આવી છે.
આ હશે શિક્ષણનું માળખું

* પાંચ વર્ષનું બુનિયાદી શિક્ષણ જેમાં ત્રણ પ્રી-પ્રાઇમરી અને પહેલુ તથા બીજું ધોરણ હશે.

* ત્રણ વર્ષ પ્રાથમિક શિક્ષણ જેમાં ધોરણ ત્રણ, ચાર અને પાંચ રહેશે.

* ત્રણ વર્ષ માધ્યમિક શિક્ષણમાં ધોરણ છ, સાત અને આઠ રહેશે.

* ચાર વર્ષ ઉચ્ચ માધ્યમિક શિક્ષણ જેમાં ધોરણ ૯, ૧૦, ૧૧ અને ૧ર રહેશે.

બીજા દેશોની શિક્ષણ પધ્ધતિ
@ચીન
ચીનમાં બાળકોની શિક્ષણની શરૂઆત  ૬ વર્ષે થાય છે. બાળકો ૧ર વર્ષે પ્રાથમિક શિક્ષણ પુરૂ કરે છે અને ત્યાર પછી ત્રણ વર્ષનું શિક્ષણ  જુનીયર સેકન્ડરી કહેવાય છે.
@અમેરિકા
અમેરિકામાં અલગ અલગ પ્લાનના આધારે ભણતર થાય છે. તેમાં ૬-૩-૩ પ્લાન, ૮-૪ પ્લાન, ૬-૬ પ્લાન સામેલ છે. ૬-૩-૩ માં પહેલા ૬ વર્ષ પ્રાઇમરી, ૭ થી ૯ જૂનીયર હાઇસ્કુલ અને ૧૦ થી ૧ર સીનીયર હાઇસ્કુલ હોય છે. અભ્યાસ શરૂ કરવાની ઉમર ૬ વર્ષ છે.

@જાપાન
અહીંની શિક્ષણ પધ્ધતિ લગભગ ચીન જેવી જ છે. ૬ વર્ષની ઉંમરે અભ્યાસ શરૂ કરીને બાર વર્ષની ઉમર સુધી પ્રાથમિક શિક્ષણ, પછી ત્રણ ત્રણ વર્ષ જૂનીયર સેકન્ડરી અને હાઇ સેકન્ડરી અભ્યાસ હોય છે.